नये क्षितिज, नये उपमान नये प्रतीक ढूँढ़ता रहा। नये क्षितिज, नये उपमान नये प्रतीक ढूँढ़ता रहा।
खिले पुष्प नवरंग मन में भरकर उमंग। खिले पुष्प नवरंग मन में भरकर उमंग।
बदल जाती है मतलब से मतलब से नये चेहरे लाती है। बदल जाती है मतलब से मतलब से नये चेहरे लाती है।
चलो, आज फिर से रिश्तों को, प्रीत के रंग से संवारते हैं। चलो, आज फिर से रिश्तों को, प्रीत के रंग से संवारते हैं।
हर नाम के साथ भारत उपनाम होगा हम,भारत के लोग ! हम,भारत के उत्तम लोग ! हर नाम के साथ भारत उपनाम होगा हम,भारत के लोग ! हम,भारत के उत्तम लोग !
उधार की खुशियां लेने की, कभी चाह हम ना करें। उधार की खुशियां लेने की, कभी चाह हम ना करें।